पंजाब की मौजूदा स्थिति
पंजाब इस समय भयंकर बाढ़ की मार झेल रहा है। लगातार भारी बारिश और डैम से छोड़े गए पानी के कारण राज्य के 23 जिलों में हालात बिगड़ गए हैं। अब तक लगभग 1,900 गाँव प्रभावित हुए हैं और 2.5 लाख एकड़ खेती बर्बाद हो चुकी है। ताज़ा सरकारी रिपोर्ट के अनुसार, मृतकों की संख्या 43 तक पहुँच चुकी है।
राहत और बचाव अभियान
सरकार और प्रशासन लगातार लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुँचाने में लगे हुए हैं।
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अब तक 20,000 से ज्यादा लोगों को बचाया गया।
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NDRF, सेना और स्थानीय पुलिस राहत कार्यों में जुटी हुई है।
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प्रभावित इलाकों में अस्थायी कैंप और भोजन की व्यवस्था की जा रही है।
कृषि और आर्थिक नुकसान
पंजाब की अर्थव्यवस्था का बड़ा हिस्सा खेती पर निर्भर है। मौजूदा बाढ़ ने खरीफ फसल को लगभग पूरी तरह से नष्ट कर दिया है। विशेषज्ञों का कहना है कि अगली फसल की बुआई भी खतरे में है। राज्य सरकार ने केंद्र से 60,000 करोड़ रुपये की मदद की मांग की है।
राजनीतिक हलचल
मुख्यमंत्री भगवंत मान और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया। वहीं, केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी नुकसान का जायज़ा लिया और केंद्र से सहायता का आश्वासन दिया।
आने वाले दिन और खतरे
भाखड़ा डैम से लगातार पानी छोड़े जाने के कारण रोपड़ और आसपास के इलाकों में और बाढ़ का खतरा बना हुआ है। मौसम विभाग ने लाल अलर्ट जारी किया है और अगले कुछ दिनों में और बारिश की संभावना जताई है।
निष्कर्ष
पंजाब इस वक्त अपने सबसे कठिन दौर से गुजर रहा है। खेती से लेकर रोज़मर्रा की ज़िंदगी तक सबकुछ प्रभावित है। प्रशासन पूरी कोशिश कर रहा है, लेकिन हालात पर काबू पाने में समय लगेगा। राज्य की “चढ़दी कला” यानी हिम्मत और एकजुटता ही इस आपदा से बाहर निकलने का सहारा बनेगी।
